मोबाइल नंबर को
पोर्ट करने की सुविधा
एकदम वैसी ही है
जैसे किसी कवि को
उसकी छवि से पार्ट-पार्ट करना
आजकल नंबर तो देखने में
लगता है रिलायंस का
पर अंदर से उसकी सेवाएँ
निकल जाती हैं
एयरटेल, आइडिया या किसी अन्य नेटवर्क की
नेटवर्क लेबल और सर्विस में
बिलकुल असमरूपता
अब तो पोर्ट होने को हैं बैंक भी
बड़े लोगों के बैंक बैलेंस भी पोर्ट होते ही रहते हैं
अब नंबर है इंसान पोर्टबिलिटी नंबर की
जिसे इंसानों के कुजात दल-बदलू नेता बखूबी निभा रहे
काश इंसानियत पोर्ट सेवा भी शुरू हो पाए
ताकि इंसान कभी अपनी इंसानियत न खो पाये
-दीपक ‘क्रांति’
झारखंड
मोबाइल-7004369186