आज इस वादों की बात में
मुझे याद आ रही है शायद
तुने भी किया था मुझसे वादा
मेरा हाथ थामने का वादा
मेरा साथ न छोडने का वादा
कदमों से कदम मिलाने का वादा
ख्वाबों को सच करने का वादा
राहों में फूल सजाने का वादा
तेरे वादे के हाथ मैंने भी किया वादा
तेरे वादे को याद दिलाने का वादा
कुछ वादे हम दोनों ने मिलकर किये
पर जमाने की डर से पूरे नहीं हुए
कभी भी किसी से वादा तुम न करना
करना तो सिर्फ कोशिश ही करना
-दीपमाला पाण्डेय
रायपुर छग