सच्चाई का रास्ता माना दुश्वारियों, मुश्किलों और कठिनाइयों से होकर गुजरता है, पर उसके साथ चलकर जो सफलता और मुकाम हासिल होता है, वह हमें आत्म संतुष्टि के साथ-साथ अत्यंत प्रसन्नता का सुखद एहसास देता है।
माना यह रास्ता बहुत लम्बा, कटीला, अड़चनों, और रूकावटों से भरा होता है, जिसको करने में वक्त भी लगेगा, जिसको पार करने के लिए हमें दृढ संकल्प, एकजुटता, जुनून और जज्बे के साथ तय करना होता है, पर सच मानिए यारो सच्चाई में बहुत खूबसूरत एहसास होता है, जब हम संघर्ष की घडी़ से बाहर निकलकर एक सकून की राह को हासिल करते है और उस सच के रास्ते पर चलकर जो एहसास होता है सच में उससे बडे़ खुशी के आंसू नहीं दिखते।
इसलिए कहा भी जाता है कि झूठ के रास्ते आप बेशक मंजिल को जल्दी पा सकते हैं, बेशक सफलता आपको मिल भी जाए, पर उस झूठ के सहारे मिली सफलता स्थायी नहीं होगी। पर सच्चाई के रास्ते चलकर मिली सफलता हमेशा स्थायी रहेगी। क्योंकि दोस्तों अपने मन की संतुष्टि से बढकर कुछ नहीं, आप गलत और झूठ के सहारे मिली सफलता की खुशी नहीं मना पायेंगे, उस सफलता में भी आपको आत्मग्लानि ही रहेगी।
-सुनील माहेश्वरी