सागर बोला सरिता से
तू कचरा ढ़ो-ढ़ो लाती है
हड्डी, लकड़ी और सड़े मांस की
बदबू जिसमे आती है
गंदा पानी निर्मल करने का
क्या ठेका मैंने ले रखा
तू मिथक शोर मचाती है
गंदगी को रोज तू लाती है
जाकर कह मानव से तू
हरे पेड़ काटना बंद करें
नहीं तो बुंद बुंद को तरसेंगे
सब प्यासे मर जायेंगे
नहीं कटनी चाहिए कोई डाली
वरना बादल लौटेंगे भी खाली
हरा भरा हो धरा हमारी
हम इसकी करते रखवाली
न व्यर्थ मुझे बदनाम करो
पानी से ही है जीव व वन
पर धरती पेड़ों से खाली है
-वीरेन्द्र तोमर