डॉ निशा अग्रवाल
जयपुर, राजस्थान
आओ खुशियां मनाएं सभी मिलके हम
आओ बांटें मिठाई सभी मिलके हम
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम
आओ दीप जलाएं सभी मिलके हम
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम
राम आए हैं असुरों का संहार कर
पाप भोगी का धरती से उद्धार कर
यामिनी घोर काली अमावस्या की
फिर से रोशन करेंगे सभी मिलके हम
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम।
आओ खुशियां मनाएं सभी मिलके हम
आओ बांटें मिठाई सभी मिलके हम
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम
आओ दीप जलाएं सभी मिलके हम
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम
धूम जनकपुर में राम की मचने लगी
सिया धरती भी दुल्हन सी सजने लगी
हुआ कलियुग में सिया राम मिलन
अवध पुष्पों सी फिर से महकने लगी
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम।
आओ खुशियां मनाएं सभी मिलके हम
आओ बांटें मिठाई सभी मिलके हम
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम
आओ दीप जलाएं सभी मिलके हम
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम।
पंक्षी भी अब खुशी से चहकने लगे
सरयू पावन हिलोरें भी उठने लगे
राम राज्य का डंका अब बजने लगे
अवधवासी खुशी से झूमन लगे
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम।
आओ खुशियां मनाएं सभी मिलके हम
आओ बांटें मिठाई सभी मिलके हम
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम
आओ दीप जलाएं सभी मिलके हम
आज वन से अयोध्या में आए हैं राम