बहुत दिनों बाद
पार्क जाना हुआ
बहुत कुछ था पुराना
कुछ था नया भी
अनेक छोटे पौधे
कुछ बड़े हो गए थे
जो एकाकी थे
उनकी बगल
नए खड़े हो गए थे
कुछ पुराने पेड़
तूफान में उखड़ गए थे
उखड़े हुए पेड़ों का खालीपन
दूर से ही खड़ा दिखता था
बहुत समय तक
कहीं न जाओ
तो कितना बदल जाती है दुनिया
जसवीर त्यागी
नई दिल्ली