एक तू ही सहारा- मनोज मंजर

कोरोना के मरीज थे चंद जब
तुमने किया था भारत बंद तब
अब जब है लाखो मरीज बने
तो तुमने खोले ये बाजार सब
ये कैसी तुम्हारी देशनीति है
लगता है हमें ये राजनीति है
लॉकडाउन में मरीज बढ़ रहे है
एक नया इतिहास गढ़ रहे है
फिर भी कर दिया है जो अनलॉक
भीड़ में जिंदगी हो जाये न ब्लॉक
हम सब इस वायरस से डर रहे है
मगर सच है कि लोग मर रहे है
हे ईश्वर अब तेरा ही सहारा है
इस धरा पर तूने ही उतारा है
आंधी आये या तूफान आये
हर कश्ती का तू ही किनारा है

-मनोज मंजर