डॉ. निशा अग्रवाल
शिक्षाविद, पाठयपुस्तक लेखिका
जयपुर, राजस्थान
विघ्नहर्ता, बुद्धिविनायक,
सभी का मंगल करने वाला।
गणपति बाप्पा मोरया,
हर दिल में है समाने वाला।
माथे पर सजी सुनहरी चंदा,
आंखों में है स्नेह की ज्योति।
मूषक वाहन साथ में उनके,
देते हैं जीवन को नई प्रेरणा, ज्योति।
प्रथम पूज्य का आज है पर्व,
सबके घर में खुशियां आईं।
मोदक की मिठास से मीठे,
हर घर के रिश्ते और जुड़ाई।
गणपति की कृपा से मिटे,
जीवन के सारे दुख-संताप।
मनाएं मिलकर यह उत्सव,
प्रेम और श्रद्धा का अनुपम जाप।
गणेश चतुर्थी की हर खुशी,
सबके जीवन में लाए रौशनी।
विघ्नहर्ता की कृपा से हम सब,
हों आगे बढ़ने की नई कहानी।
गणपति बाप्पा मोरया,
मंगलमूर्ति मोरया।
विघ्नों का नाश कर दो,
सबके जीवन में खुशी भर दो।