मीत मेरे: सपना भट्ट

प्रागैतिहासिक प्रस्तरों पर मिलेंगे
अज्ञात अस्पष्ट संकेत चिह्न।

पुरातत्ववेत्ता खोज निकालेंगे
ताँबे के सिक्के, नर्तकी का धड़
और टूटे बरतनों के अवशेष।

ध्वन्यालेखों से
ध्वनियाँ और आलेख मिलेंगे।

धर्म ग्रन्थों में मिलेंगे
पाप, काम, मोक्ष से भरे
प्राचीन-अर्वाचीन अनुष्ठान।

लोक कथाओं में
लौकिक आलौकिक पात्र मिलेंगे।

कुरान में आयतें
वेदों में ऋचाएँ मिलेंगी।

तुम्हारी आलमारी के
अंधेरे कोने में मिलेंगे
मेरे पुराने पीले पड़ गए प्रेम पत्र।

पत्रों में टीसती याद मिलेगी।

मीत मेरे!

मैं मगर कहाँ मिलूँगी तुम्हें?

सपना भट्ट