ज्योतिषाचार्य ऋचा श्रीवास्तव
जागो माँ जागो, जागो तुम जागो,
जागो माँ दस हस्त शस्त्र धारिणी।
अजया शक्ति माँ बलप्रदायिनी
जागो तुम जागो, जागो हे माँ जागो।
प्रणति माँ वरदायिनी अजर अतुल्या,
नमति माँ शोक नाशनी माँ मंगल्या।
जागो कष्ट निवारिणी रोग प्रहरिणी,
बहु बल दात्री माँ रिपुदल संहारिणी।।
जागो माँ जागो, जागो तुम जागो
जागो माँ दस हस्त शस्त्र धारिणी
जागो हे माँ जागो।
शरण ले चंडिका शंकरी तुम जागो,
माँ असुर विनाशनी शरद आगमनी,
लोक कल्याणी माँ गिरी निवासिनी,
जागो दुर्गे अम्बे जागो सिंह वाहिनी।।
जागो माँ जागो, जागो तुम जागो
जागो माँ दस हस्त शस्त्र धारिणी
जागो हे माँ जागो।