कोई तो हो, जो मुझे कहे: दीपा सिंह

कोई तो हो, जो मुझे कहे,
कि आंखों में काजल कम‌ लगाया करो,
वरना तुम्हें नज़र लग जाएगी

कोई तो हो, जो मुझे कहे,
बाहर अकेला मत जाया करो,
तुम्हें कोई ले गया तो

कोई तो हो, जो मुझे कहे,
अपना ख्याल रखा करो,
मेरे पास सिर्फ तुम हो और कोई नहीं

कोई तो हो, जो मुझे कहे,
मेरे पास एक पागल है,
जो मेरे से बहुत लड़ती है,
पर प्यार भी बहुत करती है

कोई तो हो, जो मुझे कहे,
तुम मेरे लिए खास हो,
वरना इस दिल में आने की तो,
लाखों ने कोशिश की है

कोई तो हो, जो मुझे कहे,
तुमसे बात किये बिना मेरा,
मन नहीं लगता,
तुम्हें देखे बिना मुझे सुकून नहीं मिलता

कोई तो हो, जो मुझे कहे,
तुम्हारी मुस्कान मेरे लिए खास है,
तुम्हें दुःखी देखकर,
मेरा मन भी विचलित हो जाता है

कोई तो हो, जो मुझे कहे,
तुम्हारी सादगी पसंद हैं मुझे,
तुम्हारा यूं मुस्कुराना पसंद है मुझे

दीपा सिंह
चंडीगढ़