सीमा शर्मा ‘तमन्ना’
नोएडा, उत्तर प्रदेश
है सभी को एक ही ग़िला यहां है
किसी को चैन ओ सुकून तो…
किसी को ग़म बेशुमार मिला है।
किसी को ज्यादा तो किसी को
शायद बहुत कम मिला है।
नादान हैं वो कितने, जो….!
सोचते कि हमको क्या मिला है ??
क्यों आख़िर जिंदगी से इतना ग़िला है..?
सोचकर देखिए! जितना हमें मिला है
क्या किसी और को भी वह सब मिला है।
बात थोड़ी अजीब जरूर है लेकिन……!
यही तो वो सच है जिसके जाना करीब है……..
कहते हैं जिसको हम सभी नसीब हैं………
जितना जिसके कर्म खाते मुताबिक….
लिखा गया सो वही तो मिला है…..
फिर भी जाने क्यूं….?
ताउम्र चलता बेबसी का सिलसिला है
शुक्र अदा कीजिए उस ऊपर वाले का……
जितना मिला उसकी खुशी से मिला है
आख़िर वह भी तो चाहता अपने बन्दों का भला है।