सीमा शर्मा ‘तमन्ना’
नोएडा उत्तर प्रदेश
वो भी क्या जमाने थे
उस ज़माने में
लोगों में इंसानियत जिंदा थी
वो पुराने लोग
जिन्हें आज का
नवतकनीकी रोबोट सरीखा मानव
ओल्ड फैशन कहा करता है
शायद आज
उन्हीं की बदौलत वह पृथ्वी पर
यहां वहां स्वतंत्र विचरता है
आज के इस सभ्य मानव ने
स्वयं को देखिए
इतना प्रेक्टिकल बनाया कि
आज
लोग सम्बन्धों के नाम पर
केवल अब फायदा उठाते हैं
और
इस प्रोफेशन में रमे हैं ऐसे कि
सिर्फ और सिर्फ इसी की ख़ातिर
एक दूजे से झूठा सम्बन्ध जताते हैं
यही कारण है कि
नहीं टिका करते ये सम्बन्ध
इंसानियत की बस्ती में अब
घुटता है दम इनका
तभी तो
समय से पहले ही
टूटकर बिखर जाते हैं
होती हैं जज्बातों में मिलावट पानी की
बेवफ़ाई और बेहयाई की बाढ़ वो आती
ऐसे में न जाने कहां तक बहकर जाते हैं
न लिहाज बड़ों का
बात कड़वी जरुर है पर सच है
आज सम्बन्ध बाजारों में खरीदे और
सिर्फ बेचे जाते हैं
इन सम्बन्धों के नाम पर देते धोखा दूसरों को
और ख़ुद भी धोखा खाते हैं