अनामिका गुप्ता
ये जो
बदले बदले से हालात हैं
कुछ तेरे
कुछ मेरे
उलझे उलझे से खयालात हैं
दूर न होकर भी
दूर हो जाना, लगता है
कुछ तो बिगड़ी बात है
मसला न था कुछ भी
तेरे मेरे दरमियान
फिर भी क्यूं
रूसवा रूसवा से जज़्बात हैं
बढ़ न जायें कहीं दूरियां
न हो सनम फिर मजबूरियां
आ थाम लें बढ़कर वक्त जरा
तू और मैं
एक ही तो बात है