डॉ. निशा अग्रवाल
शिक्षाविद, पाठयपुस्तक लेखिका
जयपुर, राजस्थान
ऋषि पंचमी का पावन दिन आया,
ध्यान में ऋषियों का सत्कार समाया।
पवित्रता की बगिया में फूल खिले,
संस्कारों की ज्योति से जीवन हिले।
ऋषियों की तपस्या का हम गुण गाएं,
उनकी राहों पर चलने का प्रण उठाएं।
सत्य-अहिंसा की सीख अपनाएं,
धर्म का दीपक हर दिल में जलाएं।
ऋषिपंचमी पर हो शुद्ध विचार,
मन में हो निर्मलता का विस्तार।
ऋषियों का आशीर्वाद सदा रहे साथ,
जीवन पथ पर मिले सच्ची सौगात।
सदाचार, संयम, तप का मान,
ऋषिपंचमी पर करें उनका गान।
पुण्य कमाएं, धर्म निभाएं,
ऋषियों की मूरत दिल में बसाएं।