मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के मुख्य आतिथ्य में डॉ. रूपलेखा चौहान द्वारा मधुबनी चित्रकारी में रचित ‘राम विराजे रंगों में’ पुस्तक का विमोचन आज जबलपुर के होटल अशोका में हुआ। विमोचन कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी ने की तथा विशिष्ट अतिथि महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू थे।
इस अवसर पर मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि यह खुशी व गर्व की बात है कि भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र को चित्रकारी के माध्यम से संजोया गया है। मधुबनी चित्रकारी में सृजित इस अनुपम पुस्तक से निश्चित ही समाज को प्रेरणा मिलेगी। श्रीराम हमारे लिए अभिवादन का साधन नहीं बल्कि जीवन का एक मंत्र व साधन है। भारतीय संस्कृति में भगवान श्रीराम का नाम जन्म लेने के साथ मृत्यु पर्यंत तक उच्चारित किया जाता है। भगवान श्रीराम का नाम हमारे अध्यात्मिक शक्ति व प्रेरणा का स्त्रोत होता है। चित्रों के माध्यम से जो पुस्तक का आज विमोचन हुआ है, वह संपूर्ण समाज को मार्गदर्शन देगी।
इस अवसर पर साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी ने योग दर्शन के सूत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि किसी भी विषय के ऊपर ध्यान लगाकर उसमें एकात्म रूप में आना सच्ची साधना है। जैसा कि डॉ. रूपलेखा चौहान ने अपने व्यस्तम दिनचर्या में चित्रों के माध्यम से भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र को प्रस्तुत किया है।
महापौर जगत बहादुर अन्नू ने भी इस अवसर पर अपने सारगर्भित विचार दिये। कार्यक्रम के पूर्व में डॉ. रूपलेखा चौहान ने पुस्तक लेखन के पृष्ठभूमि के संबंध में जानकारी दी। पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम के दौरान डॉ. रूपलेखा चौहान के परिजन व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।