जबलपुर (हि.स.)। शहर में स्वाइन फ्लू ने भी दस्तक दे दी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मेडिकल की बायोलॉजी लैब में टेस्ट के लिए भेजे गए 24 सैंपल्स में से 11 सैंपल पॉजीटिव पाए गए हैं वही अभी 9 सैंपल टेस्ट होना बाकी है। स्वाइन फ्लू के मरीजों के उपचार के लिए जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। निजी अस्पताल भी इस तरह के आइसोलेशन वार्ड की दे रहे हैं।
भारी बारिश के बाद डायरिया का प्रकोप अभी समाप्त भी नहीं हुआ था कि जबलपुर में स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है। मेडिकल की लैब में भेजे गए 24 में से 11 सैंपल पॉजीटिव पाए गए हैं। फ्लू में भी कोरोना के जैसे ही सावधानी बरतने की आवश्यकता है। सर्दी खांसी के साथ इस बीमारी का मुख्य लक्षण यह होता है कि गले में तकलीफ के साथ सांस लेना मुश्किल हो जाता है।
जबलपुर के सीएमएचओ संजय मिश्रा के अनुसार इस बीमारी में भी मरीज को आइसोलेशन में रखने की जरुरत होती है। H1N1 स्वाइन फ्लू वायरस का एक प्रकार है। इसे स्वाइन फ्लू कहा जाता हैं और यह इन्फ्लूएंजा वायरस का एक नया संयोजन था जो सूअरों, पक्षियों और इंसानों को संक्रमित करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2009 में HINI फ्लू को महामारी घोषित किया था। उस वर्ष इस वायरस के कारण दुनिया भर में लगभग 2 लाख 84 हजार 400 मौतें हुई।