मध्य प्रदेश की बिजली कंपनियों में नियमित कर्मचारियों की इस कदर कमी हो चुकी है कि पर्वों और विशेष अवसरों पर बचे हुए लाइनमेनों की 16 घंटे तक की स्पेशल ड्यूटी लगाई जा रही है। जानकारी के अनुसार पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत जबलपुर सिटी सर्किल के पूर्व संभाग के कार्यपालन अभियंता कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि आगामी दिनांक 28.07.2023 दिन शुक्रवार को (कत्ल की रात) को मोहर्रम पर्व पर विद्युत व्यवस्था सुचारू बनाये रखने हेतु निम्नलिखित अधिकारियों/कर्मचारियों की ड्यूटी उनके नाम के सम्मुख दर्शायी गई लोकेशन पर सायंकाल 4 बजे से जुलूस समाप्ति तक निर्धारित की जाती है।
इस आदेश के अनुसार बिजली कर्मियों की ड्यूटी जुलूस की समाप्ति तक जारी रहेगी, इस बारे में विद्युत सूत्रों का कहना है ड्यूटी आरंभ होने के समय के बाद जुलूस की समाप्ति तक लगभग 16 से 18 घंटे हो जाते हैं, हर वर्ष अधिकारी बिना सोच- विचार के ही ड्यूटी लगा देते है, जबकि इतनी लंबी अवधि के लिए कम से कम 2 शिफ्ट में ड्यूटी लगाई जानी चाहिए। विद्युत सूत्रों का कहना है कि नियमानुसार वैसे भी कर्मचारियों की ड्यूटी 8 घंटे की शिफ्ट में लगाना चाहिए।
इतना ही नहीं कर्मचारियों की कमी का आलम ये है कि अधिकारी ने बिना रिकॉर्ड जांचे सेवानिवृत्त लाइनमैन की ड्यूटी भी लगा दी, जिसके बाद हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि जबलपुर सिटी सर्किल के पूर्व संभाग के भानतलैया उपकेंद्र में पदस्थ रहे तीरथ प्रसाद पटेल, लगभग दो माह पूर्व सेवानिवृत्त हो चुके हैं, इसके बावजूद पर्व पर उनकी ड्यूटी लगा दी गई, इससे साफ जाहिर होता है कि पूरी तरह से मातहत स्टाफ पर निर्भर अधिकारी ऑफिस रिकॉर्ड की जांच तक नहीं करते और मामला बढ़ने पर सारा दोष छोटे अधिकारियों या कर्मचारियों पर मढ़ देते हैं।