मध्य प्रदेश के जबलपुर में उद्योगों की नई तकनीक से सम्बंधित जरूरतों को पूरा करने और युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने जबलपुर के औद्योगिक क्षेत्र रिछाई में सेंटर के लिये 21 एकड़ से अधिक भूमि के आवंटन की प्रशासकीय स्वीकृति दी है।
मंत्री श्री सखलेचा के अथक प्रयास से भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय ने भी इस प्रोजेक्ट के लिए 200 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी है। इस आवंटित पट्टे की अवधि अधिकतम 99 वर्षों की होगी। इसके बाद जमीन पर पुन: गतिविधि संचालित होने की दशा में लीज का नि:शुल्क नवीनीकरण किया जाएगा।
इस टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना से जबलपुर एवं आसपास के जिलों की औद्योगिक इकाइयों को लाभ मिलेगा। साथ ही टेक्नोलॉजी सेंटर द्वारा डिजाइन, टेस्टिंग, टूलिंग, इनक्यूबेशन, ट्रेनिंग इत्यादि के रूप में उद्योगों को प्रत्यक्ष तकनीक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
जबलपुर, महाकौशल क्षेत्र का केंद्र-बिंदु है। यहाँ स्थापित उद्योगों को नई तकनीक की जानकारी के साथ उत्पादों के प्रोटोटाइप तैयार कराने में मदद मिलेगी। इंजीनियरिंग और आईटीआई प्रशिक्षण प्राप्त छात्रों को वास्तविक मशीनों पर काम करने का मौका मिलेगा। साथ ही आयुध निर्माणियों को भी फायदा होगा।
जबलपुर में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए बहुत संभावनाएं हैं। उच्च किस्म की धान, हरा मटर, सब्जियाँ और जड़ी-बूटियाँ मिलने से खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए संभावनाएं ज्यादा हैं। खनिज आधारित उद्योगों के लिए भी यह उपयुक्त जगह है।