मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रान्तीय महामंत्री योगेन्द्र दुबे ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि जबलपुर जिले का खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग इन दिनों सुखियों में है, इस विभाग के अधिकारियों द्वारा आपदा को अवसर में बदल लिया गया है।
औषधि निरीक्षकों के संरक्षण में जिले के दवा माफियाओं के हौसले बुलंद हैं, इनके द्वारा समय पर दुकानों का निरीक्षण न करना व कोरोना काल में उपयोग में आने वाली जीवन रक्षक आवश्यक दवाइयों की काला बाजारी करने वाले दुकानदारों को संरक्षण देकर अवैध वसूली करते हुए आपदा को अवसर में बदल लिया गया है । दोषियों पर कार्यवाही न करते हुए औषधि निरीक्षक उन्हें बचाने में लगी हुए हैं ।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पाण्डेय, आशुतोष तिवारी, गोविन्द बिल्थरे, आर.के. गोलाटी, श्याम नारायण तिवारी, मनीष चौबे, प्रयाशु शुक्ला, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, नितिन शर्मा, राकेश दुबे, गणेश उपाध्याय, वोरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, संतोष तिवारी, मनीष लोहिया, किशोर दुबे, देवदत्त शुक्ला, सोनल दुबे आदि ने एक मांग पत्र मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को ई-मेल के माध्यम से भेजकर ऐसी भ्रष्टाचारी औषधि निरीक्षक मनीषा धुर्वे के निलंबन की मांग की गई है।