मप्र अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त महामोर्चा ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि मप्र शासन के सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश के अनुसार मप्र शासन द्वारा कोविड-19 की महामारी की रोकथाम एवं बचाव के लिए प्रदेश के समस्त कार्यालयों में कार्य दिवस सप्ताह के 5 दिन जारी किये गये हैं, जबकि शालाओं में पूर्ण सप्ताह 6 दिन शालायें लगाए जाने के आदेश हैं।
कोरोना संक्रमण न कार्यालय देखता है न शालायें इसके बावजूद कार्यालयों में कोरोना काल माना गया है, वहीं शालायें 6 दिन लगती हैं। संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा शालाओं में होता है, जहाँ कक्षाओं में सैकड़ों की संख्या में बच्चों की उपस्थिति होती है। अतः प्रदेश के मुख्यमंत्री से संघ मांग करता है कि कार्यालयों की भांति शालाओं में भी कार्यदिवस 5 दिन का किया जाये।
संघ के प्रमोद तिवारी, उदित भदौरिया, अवधेश तिवारी, मनोज सेन, सुनील राय, मनीष चौबे, श्यामनारायण तिवारी, विनय नामदेव, हरिसिंह ठाकुर, कृष्णकात यादव, प्रदीप सेन, श्यामसुंदर तिवारी, प्रियांशु शुक्ला आदि ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि कार्यालयों की भांति शालाओं में भी कार्यदिवस 5 दिन का किया जाये।