एमपी की मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र के उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएँ देने और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कंपनी के मैदानी अधिकारियों द्वारा प्रत्येक वितरण केन्द्र का वृहद निरीक्षण किया जाएगा। कंपनी का मानना है कि इस निरीक्षण अभियान से एक ओर जहॉं उपभोक्ताओं की शिकायतें जल्दी हल होंगी, वहीं दूसरी ओर विद्युत प्रणाली के सुधार में मदद मिलेगी।
कंपनी द्वारा सितम्बर एवं अक्टूबर माह में मैदानी मुख्य महाप्रबंधक, महाप्रबंधक, उपमहाप्रबंधकों को अपने अधीनस्थ वृत्त कार्यालय, संभाग कार्यालय, जोन एवं वितरण केन्द्र कार्यालयों के निरीक्षण के लिए पाबंद किया गया है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने कहा है कि इस प्रकार का निरीक्षण प्रति माह संचालित किया जाएगा, ताकि कंपनी कार्यक्षेत्र के प्रत्येक जिले में हर स्तर पर प्रत्येक श्रेणी के उपभोक्ता को बेहतर सेवाएँ मुहैया कराई जा सकेंगी।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत किये जाने वाले कार्यों से उपभोक्ताओं को सही समय पर सही बिजली बिल मिलना, सही राशि के बिल, गलत बिल जारी नहीं होना, ऑनलाइन बिल जनरेट होना, ऑनलाइन पेमेंट अपडेट होना, मीटर संबंधी शिकायतें, समय पर सही रीडिंग होना, ट्रांसफार्मर संबंधी शिकायतें, विद्युत प्रदाय संबंधी शिकायतें, नवीन कनेक्शन संबंधी शिकायतों का निरीक्षण एवं निराकरण किया जाएगा। साथ ही कंपनी के राजस्व को बढ़ाने के उपायों पर प्रभावी अमल किया जाएगा। सितम्बर एवं अक्टूबर माह में रोस्टर के अनुसार महाप्रबंधक एवं उपमहाप्रबंधक कंपनी कार्यक्षेत्र के सभी वृत्तों, संभागों, वितरण केन्द्र, जोन का निरीक्षण करेंगे।
उपमहाप्रबंधक के लिए भी रोस्टर निर्धारित किया गया है। इसके अतर्गत प्रत्येक उपमहाप्रबंधक अपने कार्यक्षेत्र के वितरण केन्द्र एवं जोन का निरीक्षण करेंगे। इस अभियान के अंतर्गत कंपनी कार्यक्षेत्र में सितम्बर माह में 189 एवं अक्टूबर माह में 163 वितरण केन्द्र, जोन, उपकेन्द्र आदि का निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण रोस्टर के अंतर्गत मैदानी अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान स्वीकृत पद, कार्यरत कर्मचारी और रिक्त पदों की जानकारी हासिल की जाएगी।
इसके अलावा ऑडिट व्यय का विवरण, कार्मिकों के प्रशासनिक मामले, उच्च वेतनमान प्रकरण, पेंशन प्रकरण, अनुकंपा नियुक्ति के मामले, विद्युत दुर्घटनाओं से संबंधित मामले, विद्युत सामग्री की चोरी के मामले, कार्यालयीन कर्मचारियों की वर्किंग कंडीशन जैसे कार्यालय में पंखे, कूलर, फर्नीचर, पीने का पानी, राजस्व मामले, लाइन कर्मचारियों से राजस्व से संबंधित समीक्षा, कार्य के दौरान लाइनमेन की सुरक्षा संबंधी उपकरणों के उपयोग आदि के अलावा विभिन्न निर्धारित रजिस्टरों का संधारण आदि का निरीक्षण किया जाएगा।