मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने प्रदेश में पहली बार सीमित उपलब्ध स्थान में विशेष डिजाइन से तैयार किया अधिक क्षमता का 220 केवी का पावर ट्रांसफारमर ऊर्जीकृत करने में सफलता प्राप्त की है। पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने 220 केवी सब-स्टेशन दमोह में 220/132 केवी के 160 एमवीए क्षमता के स्थान पर विशेष डिजाइन से तैयार किया हुआ, 200 एमवीए क्षमता का पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किया है।
मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता प्रोक्योरमेंट जबलपुर इंजी अजय श्रीवास्तव ने बताया कि मध्य प्रदेश में परंपरागत 120 एमवीए या 160 एमवीए के पावर ट्रांसफार्मर लगाये जाते थे, जिनके स्थान पर 200 एमवीए क्षमता का यह पहला पावर ट्रांसफार्मर है, जिसे शासन की ज्यादा से ज्यादा नवाचार अपनाने की मंशा के तहत स्थापित किया गया है।
इंजी अजय श्रीवास्तव ने बताया कि क्योंकि यह ट्रांसफार्मर प्रथम बार खरीदा जा रहा था, अतः इसकी तकनीकी बारीकियों का अध्ययन एवं खरीदने हेतु टेंडर के महत्वपूर्ण तकनीकी पैरामीटर बनाने में मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के अधीक्षण अभियंता सतीश कुमार अग्रवाल तथा कार्यपालन अभियंता संजीव श्रीवास्तव ने महती भूमिका अदा की, जिनकी मेहनत के कारण यह संभव हो पाया। ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने के समय मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता परीक्षण एंव संचार इंजीनियर राजेश श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
दमोह में इस ट्रांसफार्मर के स्थापित होने से दमोह जिले के हट्टा, तेजगढ़, बटियागढ़ तथा पटेरा 132 केवी सब-स्टेशनों से जुड़े विद्युत उपभोक्ताओं के अलावा सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ जिले के सबस्टेशनों को भी फायदा होगा जहां किसी इमरजेंसी में 220 केवी सब-स्टेशन दमोह के माध्यम से सप्लाई दी जा सकेगी।
दमोह में पहला अति उच्च दाब सब-स्टेशन 16 जून 1967 को शुरू हुआ था। दमोह पूर्व में मध्य प्रदेश विद्युत मंडल का प्रमुख लोड सेंटर हुआ करता था, उस जमाने में दमोह से सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, बिजावर ,बीना आदि क्षेत्रों सहित अनेक सीमेंट फैक्ट्रियों तथा रेलवे को विद्युत आपूर्ति की जाती थी।
दमोह जिले में 16 जून 1967 को पहला अति उच्च दाब सब-स्टेशन 12.5 एम व्ही ए क्षमता के साथ प्रारंभ हुआ था, आज दमोह जिले में 220 केवी के एक तथा 132 केवी के पांच सब-स्टेशनों के साथ विद्युत आपूर्ति की जाती है। दमोह में 220 केवी साइड की 360 एमवीए तथा 132 केवी साइड 530 एमवीए की मजबूत ट्रांसफॉरमेशन क्षमता है, जो जिले के उपभोक्ताओं को उचित गुणवत्ता की निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने में सक्षम है।