मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की स्वास्थ्य विभाग के हजारों कर्मचारियों द्वारा अपने-अपने उप स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत आने वाले हितग्राहियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनका स्वास्थ्य संबंधी डेटा एनसीडी पोर्टल पर दर्ज कराया जा रहा हैं।
स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा 8 से 10 घण्टे फील्ड पर स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरांत ऑपरेटर बन डाटा कम्पयूटर दर्ज किया जाता है। किन्तु उक्त कार्य में उन कर्मचारियों को अधिक परेशानी होती जो कम्प्यूटर का भारसाधक ज्ञान नहीं रखते हैं। स्वास्थ्य कर्मियों से विभाग डॉक्टर का काम तो ले ही रहा है, साथ ही उनसे कम्प्यूटर ऑपरेटर का कार्य भी करा रहा है। जिससे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, मन्सूर बेग, मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, बृजेश मिश्रा, दुर्गेश पाण्डेय मनोज सिंह, मुकेश मिश्रा, शरद मिश्रा, रवि मेहलोनिया, वीरेन्द्र चन्देल, एसपी बाथरे, रामकृष्ण तिवारी, शेर सिंह, अमित गौतम, रितुराज गुप्ता, संदीप चौबे, तुषेन्द्र सिंह सेंगर, नीरज कौरव, गणेश शुक्ला, कमलेश कोरी, परशुराम तिवारी, दिलराज झारिया, निशांक तिवारी, श्यामनारायण तिवारी, महेश कोरी, मो. तारिक, धीरेन्द्र सोनी, मनीष लोहिया, मनीष शुक्ला आदि ने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री को ई-मेल के माध्यम से पत्र प्रेषित कर मांग की है कि एनसीडी पोर्टल का कार्य कम्प्यूटर ऑपरेटर से कराया जाए ना कि स्वास्थ्य कर्मचारियों से।