मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की CBSE बोर्ड द्वारा देश के लगभग 12 लाख से अधिक बच्चों को 12वीं बोर्ड परीक्षा का पेर्टन व तिथि निर्धारित नहीं होने से छात्र एवं उनके अभिभावक मानसिक रूप से परेशान हैं कि हमारे बच्चों का आगे भविष्य क्या होगा।
जहां देश के समस्त विश्वविद्यालयों में परीक्षायें ओपन-बुक या ऑन लाईन माध्यम से ही आयोजित हो रही है, वहीं CBSE बोर्ड द्वारा मार्च में होने वाली बोर्ड परीक्षा का आज तक पेर्टन व तिथि निर्धारित नहीं कर पा रही है। जहां केन्द्र सरकार द्वारा राज्यों को 30 जून तक लॉकडाउन लगाने के सुझाव दिया गया है वहीं बोर्ड द्वारा बैठकों के कई दौर में भी कोई निर्णय नहीं हो पा रहे हैं।
CBSE बोर्ड द्वारा परीक्षा तिथि के निर्धारण का इंतेजार प्रदेश के सभी बोर्ड कर रहे हैं। कोरोना महामारी के इस दौर में बोर्ड द्वारा क्या रास्ता निकाला जाता है, उस पर आने वाली पीढी का भविष्य निर्भर हुआ है। अब बोर्ड को यह तय करना है कि जीवन की रक्षा जरूरी है या परीक्षा?
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द राजपूत, अवधेश तिवारी, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, आशुतोष तिवारी, दुर्गेश पाण्डे, अजय ठाकुर, राकेश उपाध्याय, आलोक वाजपेयी, सुनील सेठी, संजय चौबे, मुकेश धनगर, बब्लू ठाकुर, रामकुमार कतिया, प्रदीप चटर्जी, श्यामबाबू मिश्रा, प्रमोद पासी, संतकुमार छीपा, देवेन्द्र प्रताप सिंह, श्रीराम झारिया, श्यामनारायण तिवारी, नितिन शर्मा, संतोष तिवारी, प्रियांशु शुक्ला, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक आदि ने केन्द्रीय शिक्षा मंत्री को ई-मेल के माध्यम से पत्र भेजकर मांग की है कि कक्षा 12वीं की परीक्षा तिथि एवं पेर्टन का शीध्र निर्धारण किया जाये।