मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 26 जुलाई से कक्षा 11वीं तथा 12वीं की कक्षाएँ आधी क्षमता से आरम्भ की जाएंगी। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना है, पर वर्तमान में प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। आज केवल 20 कन्फर्म केस हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या मात्र 250 है। राज्य सरकार कोरोना संक्रमण की स्थिति पर निरंतर सजग है। सतर्क रहते हुए शैक्षणिक संस्थाओं को खोलने का निर्णय लिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान विद्या भारती मध्यक्षेत्र भोपाल के शैक्षिक शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान अक्षरा के भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने परिसर में शाला भवन का लोकार्पण और अक्षरा पत्रिका का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने विद्या भारती परिसर में चंदन का पौधा लगाया। संस्था की ओर से मुख्यमंत्री चौहान को शाल श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण बच्चों का अध्ययन और शाला गतिविधियाँ प्रभावित हुई हैं। ऑनलाइन और वर्चुअल प्रक्रिया से अध्ययन जारी है, परंतु इसकी प्रभावशीलता का आंकलन शेष है। लंबे समय से घरों में रहकर बच्चे कुंठित हो रहे हैं। शाला संचालकों की आपनी समस्याएँ हैं। इन परिस्थितियों में प्रदेश में नियंत्रित हुए कोरोना संक्रमण को देखते हुए शाला संचालन चरणबद्ध रूप से आरंभ करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कक्षा 11वीं तथा 12वीं के लिए 26 जुलाई से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ शालाओं का संचालन आरंभ किया जाएगा। शालाएँ सप्ताह में चार दिन लगेंगी। दो दिन 50 प्रतिशत क्षमता का एक बैच आएगा, अगले दो दिन शेष 50 प्रतिशत विद्यार्थियों का दूसरा बैच शाला आएगा।
उन्होंने कहा कि एक सप्ताह तक स्थिति को देख कर कोचिंग संस्थान, महाविद्यालयों को आरंभ करने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। यदि स्थिति सामान्य और नियंत्रण में रहती है तो 15 अगस्त से क्रमबद्ध तरीके से 9वीं, 10वीं और उसके बाद माध्यमिक और प्राथमिक शालाओं का संचालन आरंभ करने का निर्णय राज्य शासन द्वारा लिया जाएगा।