सीएम चौहान ने दी किसानों को राहत, अब 30 जून तक चुका सकेंगे अल्पकालिक फसल ऋण

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के किसानों को राहत देते हुए अल्पकालिक फसल ऋणों की अदायगी की तिथि को 30 जून तक बढ़ाने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद के लिए पंजीयन आज 8 जून से आरंभ हो गया है।

उन्होंने कहा कि मूंग का उपार्जन 15 जून से आरंभ कर दिया जाएगा। ग्रीष्मकालीन मूंग के दामों में आ रही कमी को देखते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य 7 हजार 196 रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। खरीदी 90 दिन जारी रहेगी। मुख्यमंत्री चौहान मूंग और उड़द खरीद के पंजीयन के शुभारंभ अवसर पर किसानों को मंत्रालय से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल भी शामिल थे

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है। राज्य सरकार इस दिशा में सभी प्रयास कर रही है। उत्पादन बढ़ाने, उत्पादन की लागत कम करने, किसानों को उचित मूल्य दिलाने और आपदा की स्थिति में सहायता देने जैसे कार्य राज्य सरकार द्वारा तत्परता से किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारा प्रयास है कि किसान नई तकनीक का उपयोग करें। सिंचाई क्षेत्र का अधिक से अधिक विस्तार हो। वर्तमान में प्रदेश में 42 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध है, इसे 65 लाख हेक्टेयर तक ले जाना है। बिजली की उपलब्धता भी पर्याप्त है। इन सुविधाओं से किसानों के लिए तीन फसलें लेना आसान हुआ है।

उन्होंने कहा कि कम ब्याज पर ऋण की व्यवस्था भी उत्पादन की लागत घटाने के उद्देश्य से की गई है। इस क्रम में लघु और छोटे किसानों की सुविधा को देखते हुए सहकारी समितियों द्वारा वितरित अल्पकालिक फसल ऋणों की अदायगी की तिथि को बढ़ाकर 30 जून किया गया है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना के कठिन काल में भी राज्य सरकार द्वारा चना, मूसर और सरसों की खरीदी 15 मार्च से आरंभ करने का निर्णय लिया गया था । इससे किसानों को अच्छे भाव मिले। अब मूंग की फसल बरसात में खरीदनी होगी, इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।

उन्होंने कहा कि उन्हीं केन्द्रों पर खरीदी होगी जहाँ मूंग को सुरक्षित रखने की व्यवस्था हो। प्रदेश में पर्याप्त स्थानों पर खरीदी केन्द्र खोले जाएँगे। खरीदी की प्रक्रिया 90 दिन तक जारी रहेगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह आवश्यक है कि उपार्जन केन्द्रों में अधिक भीड़ न हो, मास्क लगाये जायें और परस्पर दूरी बनाए रखी जाए।