मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा करते हुए कहा है कि प्रदेश में 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएँ इस वर्ष अयोजित नहीं की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि बच्चों की ज़िंदगी हमारे लिए अनमोल है। करियर की चिंता हमलोग बाद में कर लेंगे। बच्चों पर जिस समय COVID-19 का बोझ है, उस समय हम उन पर परीक्षाओं का मानसिक बोझ नहीं डाल सकते।
सीएम चौहान ने कहा कि हमने मंत्रियों का एक समूह बनाया है, जो विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद आंतरिक मूल्यांकन या अन्य आधारों पर विचार करके रिज़ल्ट्स का तरीका तय करेगा। वहीं 10वीं कक्षा के बच्चों का परिणाम आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित किया जाएगा।