भोपाल (हि.स.)। कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल ने बुधवार को मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना (एमएमएसकेवाय) के अंतर्गत विभिन्न प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षणरत 10 हजार 522 ट्रेनीज को 8 करोड़ 70 लाख रुपये का स्टाइपेण्ड भुगतान सिंगल क्लिक से किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कंपनियों-प्रष्ठिानों से चर्चा कर प्रशिक्षणर्थियों को बेहतर प्रशिक्षण देने के साथ ही रोजगार भी सुनिश्चित करें। योजना में 21 हजार 660 प्रतिष्ठान पंजीकृत है। इनमें लगभग 80 हजार वैकेंसी है।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा औपचारिक शिक्षा प्राप्त युवाओं को पंजीकृत औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में ऑन द जॉब ट्रेनिंग (ओजेटी) की सुविधा देने के लिये “मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना” लागू की गई है। वर्तमान में इस योजना में एक लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। आवश्यकतानुसार लक्ष्य बढ़ाया जा सकता है। यह देश की सबसे वृहद एवं व्यापक ओजेटी योजना है। इस दौरान तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव, कौशल विकास संचालक सोमेश मिश्रा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
अर्हता स्टाइपेंड
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में 18 से 29 वर्ष के युवा पात्र होंगे, जो मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी हैं तथा जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं अथवा आईटीआई या उच्च है। योजना के तहत चयनित युवा को “छात्र-प्रशिक्षणार्थी” कहा जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान 8000 से 10000 रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड प्राप्त होगा। कक्षा 12वीं पास को 8000 रुपये, आईटीआई पास को 8500 रुपये, डिप्लोमा पास को 9000 रुपये तथा स्नातक एवं उच्च योग्यता धारक को 10000 रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जा रहा है। प्रशिक्षण उपरान्त इन्हें प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।