भोपाल (लोकराग)। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने मंत्रालय वल्लभ भवन में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के विभिन्न विषयों की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री ने विगत दिवस मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित 46 हज़ार 491 विभागीय पदों और 607 विशेषज्ञ चिकित्सकीय पदों की पूर्ति के लिए समस्त औपचारिकताएँ प्राथमिकता से पूर्ण करने के निर्देश दिये।
हमीदिया कैथ लैब शिफ्टिंग में हो रहे विलंब पर उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने नाराजी व्यक्त की है। राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि कैथ लैब का कार्य क्रिटिकल स्वास्थ्य सेवा प्रदाय से संबंधित है। इस कार्य में लापरवाही, प्रशासनिक उदासीनता अस्वीकार्य है।
उन्होंने निर्देश दिए कि एक माह के अंदर कैथ लैब शिफ्टिंग की कार्रवाई पूर्ण करें। उप मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को प्राथमिकता से तकनीकी और प्रशासनिक स्वीकृति की कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कैथ लैब शिफ्टिंग कार्य की नियमित समीक्षा की जाएगी और अनावश्यक विलंब पर ज़िम्मेदारी नियत की जाएगी।
उपकरण, मैनपॉवर की उपलब्धता समय से सुनिश्चित की जाये
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने प्रदेश में स्वीकृत भवन-विहीन 1 हज़ार 770 स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं के निर्माण कार्य की समीक्षा की। इनमें उप स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आदि के निर्माण कार्य शामिल हैं।
उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि अधोसंरचना विकास के साथ उपकरण, मैनपॉवर आदि की उपलब्धता भी समय-सीमा में की जाये इससे शीघ्र स्वास्थ्य सेवाओं का प्रदाय प्रारंभ हो सके। उप मुख्यमंत्री ने रीवा और शहडोल संभाग में स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं के उन्नयन और रीवा के पुनर्घनत्वीकरण कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विवेक पोरवाल, डीन जीएमसी भोपाल डॉ कविता सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग वरिष्ठ अधिकारी, पीआईयू, पुलिस हाउसिंग बोर्ड, एमपीबीडीसी, हाउसिंग बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।