मध्य प्रदेश की पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सहित चार बिजली कंपनियों के मुख्यालय जबलपुर में इन दिनों बिजली व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। एक ओर आए दिन होने वाले पावर कट से बिजली उपभोक्ता बुरी तरह हलाकान हो चुके हैं वहीं दूसरी ओर मीटर रीडिंग में बेवजह होने वाले देरी से उपभोक्ताओं का आर्थिक रूप से नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार जबलपुर शहर में पिछले कुछ दिनों के दौरान पावर कट होने की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। विद्युत सूत्रों का कहना है कि मेंटेनेंस के कार्य में की गई घोर लापरवाही के चलते लोगों को भीषण गर्मी में बार-बार परेशान होना पड़ रहा है। विद्युत सूत्रों की माने तो सिटी सर्किल के आला अधिकारी का जमीनी अधिकारियों और ठेकेदारों पर अंकुश नहीं है, जिससे बिजली व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है।
वहीं जबलपुर सिटी सर्किल में विभिन्न कार्य कर रहे ठेकेदारों पर आला अधिकारी लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। जिससे जबलपुर में जून महीने में उपभोक्ताओं के घरों में मीटर रीडिंग निर्धारित 30 दिन की बजाए 40 से 50 दिन में हो रही है। जिससे उपभोक्ताओं को बढ़े हुए स्लैब का बिजली बिल मिल रहा है और उन्हें आर्थिक हानि झेलनी पड़ रही है। रीडिंग का समय बढ़ने से उपभोक्ताओं का टैरिफ स्लैब ही बदल गया है और उन्हें चार से पांच गुना तक बढे हुए बिजली के बिल मिल रहे हैं।
विद्युत सूत्रों ने बताया कि जबलपुर सिटी सर्किल में इस वर्ष जब से नए ठेकेदारों को काम मिला है, तभी से मीटर रीडिंग में गड़बड़ियों की शिकायतें मिल रही हैं। विद्युत सूत्रों की मानें तो आला अधिकारी ठेकेदारों पर अंकुश लगाने और काम में कसावट लाने में विफल रहें हैं, जिससे ठेकेदार अपनी मनमानी पर उतारू हैं।