मध्य प्रदेश सरकार ने कोविड-19 और इनफ्लुएंजा से बचाव के लिये संयुक्त एडवाइजरी जारी की है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी के अनुसार देश में मध्य फरवरी के बाद से, कोविड-19 के मामलों में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। देश के कुछ राज्यों में सक्रिय कोविड-19 के मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। केरल में 26.4 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 21.7, गुजरात में 13.9, कर्नाटक में 8.6 और तमिलनाडु में 6.3 प्रतिशत मामले रिपोर्ट किये गये। इसको ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार द्वारा सभी राज्यों को आईएलआई/एसएआरआई केसेस की मॉनिटरिंग किये जाने के संबंध में निर्देश जारी किये गये हैं।
इनफ्लुएंजा एवं कोविड-19 के लक्षण लगभग समान है। अत: कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करने की सलाह दी गई है। इन रोगों के संचरण को सीमित करने के लिए, विशेष रूप से श्वसन और हाथ की स्वच्छता के पालन के बारे में सामुदायिक जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है। इसमें विशेष रूप से सह-रुग्ण व्यक्तियों और बुजुर्गों को भीड़भाड़ और बंद स्थानों से बचना है। स्वास्थ्य की देखभाल करने वाले चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ रोगियों और उनके परिचारकों को मास्क पहनना है।
भीड़भाड़ वाली और बंद जगहों पर मास्क पहनना, छींकते या खाँसते समय नाक और मुँह को ढँकने के लिए रूमाल/टिश्यू का इस्तेमाल करना है। हाथों की स्वच्छता बनाए रखना/हाथों को बार-बार धोना है। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करना है। जाँच को बढ़ावा देना और लक्षणों की जल्द जानकारी देना है। साँस की बीमारियों से पीड़ित होने पर व्यक्तिगत संपर्क को सीमित करना है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारियों को दवाओं, बिस्तरों एवं आईसीयू बेड सहित अस्पताल की तैयारियों का जायजा लेना भी उपयोगी होगा।
केन्द्र सरकार की पूर्व में जारी की गई गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए, आईडीएसपी के द्वारा आईएलआई/एसएआरआई केसेस की मॉनिटरिंग करना अनिवार्य है। साथ ही हॉस्पिटल में कोविड-19 से संबंधित सभी प्रकार की तैयारियों के संबंध में भी एडवाइजरी और निर्देश जारी किए गए हैं। आईसीयू बेड, आईसीयू, मेडिकल इक्विपमेंट्स और टीकाकरण का इंतजाम रखने के निर्देश हैं।