शासकीय कर्त्तव्यों में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी को हटाने की मांग जोर पकड़ती जी रही है। मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं प्रमुख सचिव शिक्षा विभाग के नाम का एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर कमलेश नीरज को सौंपकर मांग की है कि जबलपुर जिले में पूर्णकालिक जिला शिक्षा अधिकारी की पदस्थापना की जाये, क्योंकि वर्तमान में पदस्थ प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा शासन की छवि को लगातार धूमिल किया जा रहा है।
शासकीय कर्मचारी संघ ने बताया कि प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी के विरूद्व माननीय न्यायालय जबलपुर द्वारा जवाबदावा प्रस्तुत न होने के कारण 5000 रुपए का अर्थदण्ड रोपित किया गया है। इनकी लापरवाही और उदासीनता के कारण प्रमुख सचिव शिक्षा विभाग को भी 5000 रुपए का अर्थदण्ड रोपित किया गया है। उपसचिव स्कूल शिक्षा विभाग मप्र शासन द्वारा दिनांक 21.07.2023 को आदेशित किया गया कि प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा घोर लापरवाही एवं उदासीनता शासकीय कर्त्तव्यों में बरती गई है।
अतः कर्मचारी संघ, शासन से मांग करता है कि ऐसे शीर्ष पद पर पदस्थ भ्रष्ट एवं लापरवाह प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी को शीघ्र निलंबित किया जाये, जिससे शासकीय कार्यों में व्यवधान उत्पन्न न हो और शासन की छवि धूमिल होने से रोका जा सके, ताकि अहंकारी, भ्रष्टाचारी एवं तानाशाह प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी से छुटकारा मिल सके।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवरी, अटल उपाध्याय, संजय यादव, आलोक अग्निहोत्री ब्रजेश मिश्रा, अंकित चौरसिया, शैलेन्द्र दुबे, मनोज सिंह, परशुराम तिवारी, वीरेन्द्र चंदेल, एस पी बाथरे, तुषरेन्द्र सिंह, नीरज कौरव, जवाहर लोधी, चूरामन गूजर, सीएन शुक्ला, सतीश देशमुख, पंकज जायसवाल, योगेश कपूर, अनिल दुबे, निशांत तिवारी, अमित पटेल, बलराम बाल्मीक, रितुराज गुप्ता, अमित गौतम, संदीप चौबे, प्रीतोष तारे, रमेश काम्बले आदि ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि निरंकुश तानाशाह, हठधर्मी प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी को निलंबित कर उनके स्थान पर पूर्णकालिक जिला शिक्षा अधिकारी की नियुक्ति की जाये।