मध्य प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों ने 15 दिन के अंतराल में उपभोक्ताओं को मंहगी बिजली का दूसरा झटका दिया है। कुछ दिन पहले ही बिजली के दामों में वृद्धि करने के बाद विद्युत कंपनियों ने एक बार फिर बिजली के दाम में वृद्धि कर दी है।
गौरतलब है कि 17 दिसंबर को प्रदेश की विद्युत कंपनियों ने बिजली के दामों में 8 से 15 पैसे प्रति यूनिट तक वृद्धि की थी। इसके बाद 15 दिन के अंदर ही फिर विद्युत कंपनियों ने बिजली के दाम में 12 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि कर दी है।
प्रदेश विद्युत वितरण कंपनियों की ओर से एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने मप्र विद्युत नियामक आयोग को भेजे गए प्रस्ताव में इस वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही के लिए विद्युत उत्पादन की लागत में वृद्धि होने का हवाला देते हुए फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट (एफसीए) की दर में वृद्धि किये जाने की मांग की थी।
मैनेजमेंट कंपनी के प्रस्ताव पर विद्युत नियामक आयोग ने 1 जनवरी को जारी सर्कुलर में वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही 1 जनवरी से 31 मार्च के लिये एफसीए की दर 12 पैसे प्रति यूनिट किये जाने को मंजूरी दे दी है।
ज्ञात रहे कि वर्तमान वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर के लिए विद्युत वितरण कंपनियां 11 पैसे प्रति यूनिट एफसीए वसूल रहीं थीं।