सुरक्षा संस्थानों के कर्मचारियों के ओवरटाइम एवं बोनस में एचआरए, टीए, एसएफए को जोड़ने के संबंध मे पीसीएफए ने कोलकाता की फैक्ट्रियों के लिए एक आर्डर किया था कि कर्मचारी अंडरटेकिंग देकर छठवें पे-कमिशन से कैलकुलेशन कर ओटी व बोनस का भुगतान किया जाये।
इस मुद्दे पर सुरक्षा कर्मचारी यूनियन इंटक ने कहा कि जब पीसीएफए तीन फैक्ट्रियों के लिए सर्कुलर कर सकता है तो फिर अन्य 38 के लिए क्यों नहीं? इस पर महाप्रबंधक ने निर्देशित किया है कि न्यायालय का जो भी निर्णय हो, इसके पूर्व इसे बोर्ड में लिखकर तुरंत भेजा जाए।
वहीं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अब निर्माणी मे प्रवेश के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा। सेवानिवृत्त के समय उन्हें आरएफआईडी कार्ड वितरित किए जाएंगे, जिससे वह पंच कर के निर्माणी में अपने कार्य के लिए आ सकते हैं। इस्टेट में बढ़ रहे आवारा पशुओं जैसे सूअर, कुत्ते आदि के लिए 2-फेस में कांन्ट्रेक्ट कर दिया गया है। जल्द ही आवारा पशुओं की खेप स्टेट से बाहर की जाएगी। साथ ही स्टेट में फेंसिंग लगाने का भी टेंडर जारी किया जा चुका है।
इसके अलावा डीबीडब्ल्यू की सैंक्शन स्ट्रैंथ को लेकर यूनियन द्वारा मुद्दा उठाया गया, जिस पर महाप्रबंधक ने निर्देशित किया है की इसकी तुरंत बैठक की जाए और निर्णय को अध्यक्ष के समक्ष रखा जाए, चूंकि जेसीएम के सचिव आज अनुपस्थित थे, इस वजह से विस्तृत चर्चा नहीं हो पाई।
स्टाफ साइड लीडर अरुण दुबे द्वारा बैठक में अवगत कराया गया कि जब किसी यूनियन को उसकी मान्यता आप नहीं दे सकते हैं, तो वेरिफिकेशन चुनाव कराने का क्या औचित्य है। इस पर महाप्रबंधक ने कहा कि स्टाफ साइड लीडर के जो भी प्रस्ताव हैं, उन्हें तुरंत लिखकर बोर्ड में भेजा जाए। बोर्ड भेजने के पूर्व ही बोर्ड ने वेरिफिकेशन की कार्यवाही पर अभी अगले आदेश तक रोक लगा दी है। साथ ही महाप्रबंधक ने दरबानों को लेबर बनाए जाने के लिए तुरंत फैक्ट्री ऑर्डर करने का निर्देश दिया है, साथ ही एलडीसीई की परीक्षा तत्काल प्रभाव से कराने के लिए भी निर्देशित किया है।
बैठक में सौहार्दपूर्ण चर्चा के महाप्रबंधक एवं भावी सीएमडी के लिए जेसीएम चतुर्थ के सदस्य आनंद शर्मा ने शुभकामनाएं प्रेषित की एवं बैठक में मुद्दों पर निर्णय के लिए धन्यवाद दिया। बैठक में अपर महाप्रबंधक एमसी गुप्ता ने भी अपना उद्बोधन दिया, अपर महाप्रबंधक बी.वी. सिंह, शैलेश अग्रवाल, स्टाफ साइड लीडर अरुण दुबे, आनंद शर्मा, जीजो जैकब, प्रेम लाल सेन, शिवेंद्र रजक आदि उपस्थित थे।