भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक और झटका लगा है। उनके करीबी विश्वासपात्र और 2019 में कमलनाथ के लिए अपनी सीट खाली करने वाले दीपक सक्सेना ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को पत्र लिखकर कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद अटकलें लगना शुरू हो गई हैं कि सक्सेना भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
बताया जा रहा है कि दीपक सक्सेना बीते कुछ दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे। उनके छोटे बेटे जय सक्सेना हाल ही में भाजपा में शामिल होने भोपाल गए हैं। दीपक सक्सेना ने 2018 विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा विधान सभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी। कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद दीपक सक्सेना ने विधायक पद से इस्तीफा दिया था। सक्सेना को कमलनाथ सरकार के दौरान विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था और हाल ही में जब यह अटकलें लगाई गईं कि कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की संभावना है, तो सक्सेना सबसे पहले उनके पक्ष में बयान जारी करने वालों में से एक थे।
कुछ दिन पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी सैयद जफर बीजेपी में शामिल हो गए थे। कांग्रेस प्रदेश महामंत्री, मीडिया उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रवक्ता रह चुके सैयद जफर को भोपाल के बीजेपी कार्यालय में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, सीएम मोहन यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से भाजपा ने 28 पर जीत हासिल की थी, जबकि इकलौती छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस के पास गई थी। यहां से कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ सांसद बने थे। उन्हें इस बार कांग्रेस ने दोबारा टिकट दिया है। वहीं, भाजपा ने विवेक बंटी साहू को छिंदवाड़ा से उम्मीदवार बनाया है। भाजपा छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है।