जबलपुर के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी के डीईओ बनने के बाद शिक्षा विभाग छवि निरंतर धूमिल होती जा रही है। वर्तमान में ही हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी परीक्षा परिणामों में जबलपुर जिला 42-43 पायदान पर है, जो अत्यंत निन्दनीय है। प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यकाल में नियम विरूद्ध अनुकम्पा नियुक्ति, स्थानांतरण उद्योग, अशासकीय स्कूलों की नियम विरुद्ध मान्यता आदि भारी अनियमिततायें हैं।
प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा इन सब गतिविधियों से ध्यान हटाने के उद्देश से छोटे-छोटे प्रकरणों में संघ पदाधिकारियों सुनील कुमार जैन सहायक शिक्षक, मिर्जा मंसूर बेग सहायक ग्रेड-3 एवं मुकेश सिंह प्राथमिक शिक्षक को आयुक्त लोक शिक्षण मप्र भोपाल से भ्रामक एवं तथ्यहीन जानकारी के आधार पर नियम विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही कराई गई है, जो न्यायोचित नहीं है।
मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, मध्यपद्रेश नगर निगम नरग पालिका कर्मचारी संघ के संयुक्त तत्वावधान में कर्मचारी संघों द्वारा नगर निगम के 16 जोन के 79 वार्डो में भ्रष्टाचारी, अहंकारी और प्रशासनिक रूप से अक्षम जबलपुर के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी का पुतला दहन किया गया जो अपने आपमें भ्रष्टचार एवं हिटलर शाही के विरुद्ध प्रदेश में कला इतिहास है, किसी भी भ्रष्टाचारी के इतने पुतले एक ही दिन आज तक प्रदेश में नहीं जले है, इससे उनके विरूद्ध व्याप्त रोष एवं असंतोष का अन्दाजा लगया जा सकता है। इस दौरान योगेन्द्र दुबे, राम दुबे, कपिल दुबे, राहुल दुबे, अतुल दुबे, सांरंग दुबे, अनिल तिवारी, वसंत पाण्डे, रमेश मिश्रा, बंटी महाराज, आदि शामिल रहे।