मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की मप्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना के तहत प्रदेश के लगभग 275 स्कूलों को सीएम राईज योजना के तहत उन्नयन किया गया है। उक्त योजना में जबलपुर जिले के हिस्से के 10 स्कूल उन्नत हुए हैं। सीएम राईज स्कूल तो खोल दिये गये हैं, इन स्कूलों में छात्रों एवं शिक्षकों हेतु शाला का समय 8 घण्टे सुबह 10 बजे से सांय 5 बजे तक निर्धारित है।
बोर्ड परीक्षा तथा जेईई, जेईई एडवांस, नीट, कृषि आदि की परीक्षा पास करने हेतु छात्रों को अतिरिक्त विषय विशेषज्ञ का सहारा लेना पड़ता है। इस कारण अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों को सीएम राईज विद्यालय में न पढाकर केन्द्रीय विद्यालय व डमी छात्र के रूप में अध्यापन कराने मजबूर हैं। मप्र शासन द्वारा सीएम राईज विद्यालय केन्द्रीय विद्यालयों की तर्ज पर खोले गये हैं, तो इनकी समय सारणी भी केन्द्रीय विद्यालय के समान सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक होनी चाहिए। जिससे विद्यार्थी शाला की पढाई के साथ-साथ डाक्टर एवं इंजीनीयर बनने की पढ़ाई भी कर सकें।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, मन्सूर बेग, आलोक अग्निहोत्री, चन्दु जाउलकर, योगेन्द्र मिश्रा, शंकर वानखेडे, मस्तराम राय, बिट्टू आहलूवालिया, उमेश पारखी, शकील, श्यामनारायण तिवारी, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, आनंद रैकवार, मनोज सेन, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, नितिन शर्मा, विष्णु पाण्डे, प्रणव साहू, महेश कोरी, विवेक तिवारी, संतोष तिवारी, नीमेष नेमा, सोनल दुबे, देवदत्त शुक्ला आदि ने मुख्य मंत्री से मांग की है कि सीएम राईज विद्यालयों का समय केन्द्रीय विद्यालयों के समान सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक किया जावे।