मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश में होने वाले चुनाव में लगने वाले चुनावी अमले के समस्त लोक सेवकों का चुनाव आयोग द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से 50 लाख का बीमा कराया जाए, ताकि चुनाव कार्य में लगे लोक सेवकों के साथ चुनाव के दौरान अगर किसी प्रकार की घटना या दुर्घटना के कारण कोई जनहानि होती है तो पीड़ित कर्मचारी व उसके आश्रित परिवार को आर्थिक संबल मिल सक।
वहीं संघ का कहना है कि सर्वाधिक जटिल चुनाव त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ही होता है। जिसमें लगे कर्मचारियों को पंच, सरपंच, जनपद सदस्य व जिला पंचायत सदस्य का निर्वाचन एक साथ कराना पड़ता है। इसके साथ ही मतदान केन्द्र पर पंच एवं सरपंच के मतों की गिनती की जाकर परिणाम घोषित किये जाते हैं, जिससे कई बार हार जीत का अंतर कम होने से तनाव की स्थिति निर्मित हो जाती है जिस कारण अत्याधिक तनाव व विपरीत माहोल में किसी भी प्रकार की स्थिति के लिए कर्मचारी को तैयार रहना पडता है। जिसे दखते हुए न्यूनतम 50 लाख का बीमा चुनाव अमले का किया जाये।
संघ के योगेन्द दुबे, अरर्वेन्द्र राजपूत, अवघेश तिवारी, नरेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, मुन्ना लाल पटेल, मुकेश सिंह, मंसूर बेग, आलोक अग्निहोत्री, योगेन्द्र मिश्रा, दुर्गेश पाण्डेय, आशुतोष तिवारी, ब्रजेश मिश्रा, एसपी बाथरे, मनोज सिंह, वीरेन्द्र चंदेल, चुरामन गुर्जर, राकेश राव, सत्येन्द्र ठाकुर, प्रकाश मिश्रा, विवेक तिवारी, श्याम नारायण तिवारी, मनीष लोहिया, महेश कोरी, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, मनीष शुक्ला, नितिन शर्मा, संतोष तिवारी आदि ने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र भेजकर मांग की है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में लगने वाले चुनावी अमले का 50 लाख का बीमा किया जाये।