मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मृत लोक सेवकों के आश्रित परिवार के सदस्य को यथाशीध्र अनुकम्पा नियुक्ति दिये जाने का प्रावधान किया गया है। किन्तु कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर में आज भी सैंकडों शिक्षकों, अध्यापक संवर्ग, लिपिक सवंर्ग एवं भृत्य सवंर्ग के मृत लोक सेवकों के आश्रित परिवार के सदस्य के अनुकम्पा नियुक्ति प्रकरण वर्षों से अनावश्यक ही लंबित रखे गये हैं।
संघ ने बताया कि प्राथमिक शाला शिक्षक विज्ञान के सैंकडों पद रिक्त होने तथा अनुकम्पा नियुक्ति के आवेदन पूर्ण होने के बाद भी अनुकम्पा नियुक्ति के आदेश जारी नहीं किये जा रहें है। प्रकरण पूर्ण होने के बाद भी प्रकरण लंबित रखा जाना कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करता है। मृत लोक सेवकों का आश्रित परिवार कार्यालय की लचर व्यवस्था के चलते आर्थिक तंगी से गुजरने मजबूर हैं। सर्वाधिक विपत्ती उन आश्रित परिवारों को है, जिन्हें पेंशन एवं ग्रेज्युटी के पात्रता नहीं है, वह आश्रित परिवार अनुकम्पा नियुक्ति पर ही निर्भर हैं।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, मिर्जा मन्सूर बेग, मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, ब्रजेश मिश्रा, दुर्गेश पाण्डे, वीरेन्द्र चन्देल, एसपी वाथरे, चूरामन गुर्जर, मनोज सिंह, मुकेश मिश्रा, राजेश चतुर्वेदी, तुपेन्द्र सिंह सेंगर, परशुराम वितारी, मनोज खन्ना, राकेश राव, सत्येन्द्र ठाकुर कमलेश यादव, पंकज जायसवाल, सतीश देशमुख, योगेश कपूर, रामकृष्ण तिवारी, गणेश शुक्ला, अभिषेक वर्मा, शेर सिंह, दिलराज झारिया, कमलेश कोरी आदि ने कलेक्टर जबलपुर से मांग की है कि शिक्षा विभाग में लंबित अनुकम्पा नियुक्ति प्रकरणों का शीध्र निराकरण करते हुए आश्रित परिवारों को राहत दी जाये।