मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ संभागीय अध्यक्ष अजय कुमार दुबे ने जारी विज्ञप्ति में बताया है कि जबलपुर संभाग अंतर्गत डिंडोरी, जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, नरसिंहपुर, कटनी, मंडला एवं छिंदवाड़ा में कर्मचारियों द्वारा संघ के ध्यान में लाया गया है कि जबलपुर संभाग में कार्यरत स्थाई कर्मी, दैनिक वेतन भोगी एवं अंशकालीन कर्मचारी जो जिलों के छात्रावास हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी एवं माध्यमिक शालाओं में कार्यरत हैं और जिनका वेतन हेड 3496, 581 एवं 494 है, उन्हें लगभग 5 से 15 माह तक का वेतन भुगतान नहीं किया गया है।
जिसे लेकर कार्यरत कर्मचारी बार-बार सहायक आयुक्त एवं जिला संयोजक से मिलने जाते हैं, लेकिन उनके द्वारा यह कह दिया जाता है कि बजट उपलब्ध नहीं है। ऐसी स्थिति में इन कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति अत्यन्त दयनीय है। उक्त संबंध में पूर्व में भी संघ द्वारा पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया है, जिसमें जुलाई एवं अगस्त माह में केवल 2 या 3 माह का ही बजट दिया गया था, लेकिन अभी भी कई महीनों का वेतन लंबित है।
आज बुधवार को जबलपुर कमिश्नर के माध्यम से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया। जिसमें मांग की गई है कि दशहरा जैसा त्यौहार भी उक्त कर्मचारी नहीं मना पाये। 4 नवम्बर को दीपावली है ऐसी स्थिति में उक्त कर्मचारी वेतन प्राप्त करने की राह देख रहे है। ऐसी स्थिति में वेतन भुगतान किया जाना अत्यंत आवश्यक है, नहीं तो विभाग की गलती के कारण अंधेरे में दीपावली मनाने में मजबूर होना पड़ेगा। साथ ही आक्रोश बढ़ने के कारण संघ द्वारा आन्दोलन की रणनीति बनाई जा सकती है, जिससे अप्रिय घटना की जिम्मेदार विभागीय प्रशासन की होगी।
ज्ञापन के दौरान अजय कुमार दुबे, राम कुमार मेहरा, रवि कांत दहायत, सहदेव रजक, विजय यादव, प्रमोद कुमार, विश्वास लाज रस, प्रेम नारायण ठाकुर, अशोक कोटद्वार, वैद्यनाथ अय्यर, मूलचंद पटेल, सुरेश कुमार कॉल, पवन भारती, पूरनलाल, विजय जयसवाल, सुदामा प्रसाद परोहा, राकेश बंडोले, लक्ष्मी मलिक, शांतिलाल झारिया, संतोष यादव, मुकेश साहू, शशिकांत दुबे, संजय चक्रवर्ती, अजय बावरिया आदि उपस्थित रहे।