मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं पावर मैनेजमेंट कंपनी, पावर जनरेटिंग कंपनी व पावर ट्रांसमिशन कंपनी के अध्यक्ष संजय दुबे ने आज अपने दो दिवसीय जबलपुर प्रवास के दौरान प्रथम दिवस आने वाले रबी सीजन के लिए विद्युत कंपनियों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने चार सत्रों में पावर मैनेजमेंट कंपनी, पावर जनरेटिंग कंपनी, पावर ट्रांसमिशन कंपनी और स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के कार्यों की समीक्षा की।
संजय दुबे ने कहा कि प्रदेश के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 24 घंटे और कृषि उपभोक्ताओं को 10 घंटे सतत् व गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदाय करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप व जल विद्युत गृह अपनी क्षमता का भरपूर उपयोग करते हुए बिजली उत्पादन करें और पावर ट्रांसमिशन कंपनी गुणवत्तापूर्ण वोल्टेज से निर्बाध बिजली आपूर्ति की गति को बरकरार रखे।
बैठक में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह, पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी, पावर ट्रांसमिशन कंपनी के डायरेक्टर अविनाश वाजपेयी, पावर जनरेटिंग कंपनी के डायरेक्टर प्रतीश कुमार दुबे, ऊर्जा विभाग के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी नीरज अग्रवाल, सहित अन्य वरिष्ठ अभियंता उपस्थित थे।
रबी सीजन में हो पर्याप्त विद्युत की उपलब्धता
संजय दुबे ने पावर मैनेजमेंट कंपनी के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि आगामी रबी सीजन में बिजली की मांग लगभग 17656 मेगावाट तक पहुंचने की संभावना है। बिजली की इस मांग की आपूर्ति करने के लिए पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप व जल विद्युत गृहों के अलावा इंदिरा सागर जल विद्युत गृह, ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना, प्रदेश में स्थापित स्वतंत्र ताप विद्युत गृहों और नव व नवकरणीय विद्युत संयंत्रों से उत्पादित बिजली की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि ज़रूरत के मुताबिक पावर जनरेटिंग कंपनी के जल विद्युत गृहों से रात्रि में विद्युत उत्पादन करने के प्रयास किए जाएं। प्रमुख सचिव ऊर्जा ने प्रदेश में बिजली की पर्याप्त उपलबधता सुनिश्चित करने के लिए पावर मैनेजमेंट कंपनी, पावर जनरेटिंग कंपनी व स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर को आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए।
ताप विद्युत गृहों से हो भरपूर बिजली उत्पादन
प्रमुख सचिव ऊर्जा ने कहा कि पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों का वार्षिक मेंटेनेंस निर्धारित समय पर आवश्यक रूप से पूर्ण हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रबी सीजन में ताप विद्युत इकाईयों का पूर्ण क्षमता से बिजली उत्पादन सर्वोच्च प्राथमिकता है। पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक श्री मनजीत सिंह ने पावर पाइंट प्रजेन्टेंशन के माध्यम से ताप व जल विद्युत गृहों के उत्पादन व अन्य पहलुओं पर प्रस्तुतिकरण दिया। प्रमुख सचिव ऊर्जा ने ताप व जल विद्युत गृहों के बिजली उत्पादन और रबी सीजन में विद्युत गृहों के उत्पादन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि बेहतर कार्यनिष्पत्ति से ही लक्ष्य को अर्जित किया जा सकता है।
ओंकारेश्वर सोलर फ्लोटिंग परियोजना से संबद्ध ट्रांसमिशन कार्य निर्धारित समय से पूर्व पूर्ण हों
संजय दुबे ने पावर ट्रांसमिशन कंपनी को निर्देश दिए कि वे पूरे प्रदेश में निर्माणाधीन सब स्टेशनों और अति उच्चदाब लाइनों के कार्य को पूर्ण करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव ऊर्जा ने चालू वित्तीय वर्ष में निर्धारित सब स्टेशनों के निर्माण कार्य की प्रगति, ओवरलोड सब स्टेशनों, अति उच्चदाब लाइनों, पावर ट्रांसफार्मर की समीक्षा की। संजय दुबे ने ओंकारेश्वर सोलर फ्लोटिंग परियोजना से उत्पादित होने वाली विद्युत के सहज पारेषण के लिए ट्रांसमिशन कंपनी को उनके हिस्से का कार्य निर्धारित समय से पूर्व करने के निर्देश दिए।
ड्रोन की सफलता को दें विस्तार
प्रमुख सचिव ऊर्जा ने पावर ट्रांसमिशन कंपनी को निर्देश दिए कि प्रदेश में 220 केवी ट्रांसमिशन लाइनों की ड्रोन पेट्रोलिंग प्राथमिकता के आधार पर करवाई जाए। इन लाइनों का ड्रोन सर्वे के उपरांत मेंटेनेंस कार्य त्वरित रूप से करवाए जाएं। संजय दुबे ने ट्रांसमिशन कंपनी के समस्त 400 केवी सब-स्टेशन के मानवरहित संचालन हेतु प्रस्तावित कार्यों को गति देने और उन्हें निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।