मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के क्षेत्रांतर्गत उमरिया के तहसील के चंदिया में बिजली अधिकारी के द्वारा संविदा बिजली कर्मी अरविंद साहू को 2 अक्टूबर को 11 केवी लाइन फाल्ट होने पर सुधार का कार्य सौंपा गया था। जिसके बाद शाम लगभग 7:30 बजे कार्य के दौरान सप्लाई चालू होने से संविदा कर्मी के दोनों हाथ, दोनों पैर, पीठ, गर्दन करंट से बुरी तरह से झुलस गए।
संविदा कर्मी को गंभीर हालत में उमरिया से जबलपुर लाकर एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया गया था। इलाज के दौरान 20 अक्टूबर 2022 को कर्मी का दाहिना हाथ काटना पड़ा। पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन को संविदा कर्मी के इलाज में लगने वाली राशि ₹8.45 लाख का एस्टीमेट दिया गया है, लेकिन अभी तक कंपनी प्रबंधन के द्वारा ₹1.50 लाख ही संविदा कर्मी को दिए गए हैं।
इसके अलावा महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मंडला सर्किल के अंतर्गत 20 गांव की विद्युत व्यवस्था को सुचारू रूप से संभाल रहे खीरा रफ्ता डीसी में पदस्थ कन्हैया सिंह मार्को को कार्य की अधिकता और तनाव के चलते ब्रेन हेमरेज हो गया था। उन्होंने बताया कि लाइनकर्मी मार्को रात्रि 8 बजे घर आए। उसी समय उसके सिर में अत्यधिक दर्द होने की वजह से मंडला से लाकर 21 अक्टूबर को जबलपुर प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। ब्रेन हेमरेज की वजह से उसके दाहिने शरीर में लकवा लग गया था। वहीं उपचार के दौरान 5 नवंबर को ब्रेन हेमरेज की वजह से लाइनमैन की मृत्यु हो गई।
संघ के रमेश रजक, केएन लोखंडे, जेके कोस्टा, हरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, अरुण मालवीय, आजाद सकवार, सुरेंद्र मेश्राम, विनोद दास, जगदीश मेहरा, हेमंत, शीतल चौधरी, लखन सिंह राजपूत, पुरुषोत्तम पटेल आदि ने पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन से मांग की है कि संविदा कर्मी को इलाज के लिए सहायता राशि शीघ्र दी जाये और ब्रेन हेमरेज से मृत हुए लाइनमैन कन्हैया सिंह मार्को के आश्रित को शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति दी जाये।