कोरोना वायरस के भयावह संक्रमण से उपजे संकटकाल में केंद्र और राज्य सरकार जहां लगातार किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाले जाने की बात कह रही हैं, वहीं तानाशाह बन चुके विद्युत अधिकारी इस बुरे समय में भी कर्मियों की नौकरी छीनकर उनको भुखमरी की ओर धकेल रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जबलपुर रीजन के अंतर्गत जबलपुर सिटी सर्किल के मुखिया सिटी सर्किल में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों को नौकरी से निकालने पर आमादा हैं। उनके मन में इतनी भी संवेदनशीलता नहीं है कि नौकरी से निकाले जाने के बाद इस विकट समय में कर्मी और उनके परिजनों का क्या होगा।
अपने साथियों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ लाइन कर्मियों में खासा आक्रोश है और मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के नेतृत्व में जबलपुर रीजन के मुख्य अभियंता आरके स्थापक को ज्ञापन सौंपकर आउटसोर्स कर्मियों को नौकरी से न निकाले जाने की मांग की गई।
संघ प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्य अभियंता को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि करोना के संकट काल में किसी भी श्रमिक को ना निकाला जाए। उन्होंने कहा कि जबलपुर सिटी सर्किल अधीक्षण यंत्री के अंतर्गत कार्य करने वाले लगभग 60 आउटसोर्स की निकालने की तैयारी चल रही है।
उन्होंने बताया कि इनमें वो कर्मी शामिल हैं जिनकी उम्र 45 साल से ज्यादा है। इसके अलावा जिनके पास ओवरहेड, आईटीआई या पीजीडीसीए आदि की योग्यता नहीं है, उन कर्मियों को भी नौकरी से निकालने की तैयारी है।
हरेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि जब दस साल पहले जब इन कर्मियों को नौकरी पर रखा गया था, तब अधिकारियों ने इनकी योग्यता की जांच क्यों नहीं की, क्या तब अधिकारी सो रहे थे। अब जब सभी कर्मी अनुभवी और निपुण हो गए हैं, तब उन्हें नौकरी से निकाल कर अन्याय किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वैसे ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आने की वजह से अनेक कर्मचारी बीमार होते जा रहे हैं। जिसकी वजह से विद्युत अवरोध उत्पन्न होने का खतरा बना हुआ है। वहीं केंद्र सरकार एवं मध्य प्रदेश शासन के द्वारा निर्देश दिए गए हैं और उन्होंने अपने भाषण में भी कहा है कि कोरोना काल में किसी भी श्रमिक का रोजगार नहीं छीना जाएगा।
संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन दुबे, अरुण मालवीय, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, जेके कोस्टा, शशि उपाध्याय, इंद्रपाल, सुरेंद्र मेश्राम, संजय वर्मा, अमीन अंसारी, महेश पटेल आदि ने मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपकर अनुरोध किया है कि कोरोना काल में आउट सोर्स कर्मियों को ना निकाला जाये। मुख्य अभियंता ने भी आश्वासन दिया गया है कि इस पर शीघ्र ही विचार कर कार्यवाही की जाएगी।