ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मंगलवार को अपने तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन अहमदाबाद में साबरमती आश्रम का भ्रमण किया। उन्होंने कहा कि यहाँ के शांतिपूर्ण और ऐतिहासिक वातावरण ने मन को गहराई तक छू लिया। यह स्थान महात्मा गांधी के सिद्धांतों और उनके संघर्षों की गवाही देता है। आश्रम की सादगी और सौंदर्य ने हर किसी को प्रेरित किया।
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि साबरमती आश्रम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का एक प्रमुख केंद्र रहा है और आज भी यह अहिंसा व सत्य के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य कर रहा है। इस दौरे से न केवल ऐतिहासिक जानकारी मिली, बल्कि एक अद्वितीय मानसिक शांति का अनुभव भी हुआ। उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि साबरमती आश्रम हमेशा से अतुलनीय ऊर्जा का जीवंत केंद्र रहा है और हम अपने आप में बापू की प्रेरणा को महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि साबरमती आश्रम देश की ही नहीं, बल्कि मानव जाति की ऐतिहासिक धरोहर है। यहां आकर मन को शांति मिलती है। उन्होंने साबरमती आश्रम आकर गांधी जी के जीवन और सिद्धांतों के सम्बन्ध में जानकारी हासिल की। इसके बाद आश्रम में मगन निवास, उपासना मंदिर, हृदयकुंज, विनोबा-मीरा कुटीर, नंदिनी, उद्योग मंदिर, सोमनाथ छात्रालय का भ्रमण किया।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आश्रम में विजिटर्स बुक में अपने विचार लिखे तथा बापू का चरखा भी चलाया। उन्होंने खादी से बना कुर्ता और कुछ महत्वपूर्ण किताबें खरीदते हुए कहा कि यह न केवल महात्मा गांधी जी के विचारों को नमन है, बल्कि स्वदेशी और आत्म निर्भर भारत की दिशा में एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कदम भी है। खादी हमारे स्वाभिमान और आत्म निर्भरता का प्रतीक है। आइए स्वदेशी अपनाएं और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। उन्होंने आश्रम में आए युवा पर्यटकों से भी बातचीत कर अनुभव साझा किए।