मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के बाद प्रशासन ने ईवीएम एवं वीवीपेट मशीनों को स्ट्रांगरूम में तीन स्तरीय सुरक्षा के बीच रखा है। वहीं जबलपुर के जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रशासनिक भवन में बने स्ट्रांगरूम पर नजर रखने उम्मीदवारों द्वारा अपने कार्यकर्त्ताओं को तैनात किया गया है।
निष्पक्ष, पारदर्शी एवं स्वतंत्र निर्वाचन सुनिश्चित करने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में स्ट्रांगरूम की निगरानी के लिये चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को अपने प्रतिनिधि नियुक्त करने की अनुमति है।
निर्वाचन आयोग के इन्हीं निर्देशों के मुताबिक उम्मीदवारों द्वारा स्ट्रांगरूम की निगरानी रखने नियुक्त कार्यकर्त्ताओं की सुविधा के लिये जिला प्रशासन द्वारा कृषि विश्वविद्यालय परिसर में पण्डाल लगाया गया है, जहां स्ट्रांगरूम के भीतर और बाहर लगाये गये प्रत्येक सीसीटीवी कैमरे की लाइव तस्वीरें चौबीस घण्टे एलईडी स्क्रीन पर प्रदर्शित की जा रही है।
मतदान के बाद जिले की आठों विधानसभा क्षेत्र की ईवीएम एवं वीवीपेट मशीनों को जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में बने स्ट्रांगरूम में तीन स्तरीय सुरक्षा के बीच रखा गया है। स्ट्रांगरूम की सुरक्षा की मुख्य जिम्मेदारी केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बल के जवान संभाल रहे हैं। इसके अलावा स्ट्रांगरूम के भीतर तथा इसके चारों ओर कई सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं।