बिजली चोरी की चेकिंग के दौरान कंपनी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर जानलेवा हमला एवं शासकीय कार्य में बाधा डालने पर थाना सबलगढ़ में 6 नामजद आरोपियों सहित आधा दर्जन से अधिक अज्ञात आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।गौरतलब है कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा थाना सबलगढ़ जिला मुरैना के ग्राम मांगरौल में गत शनिवार को मुरैना वृत्त अंतर्गत जेम्स जयंत लाकरा, उप महाप्रबंधक सतर्कता, मुरैना द्वारा परीक्षण सहायक एवं सुरक्षा सैनिक सहित ग्राम मांगरौल में बिजली चोरी चेकिंग अभियान संचालित किया जा रहा था।
इस दौरान मांगरौल निवासी रामरज यादव, कदम सिंह रावत, विकास रावत, विनोद रावत, बदनसिंह रावत, दिलीप रावत सहित अन्य अज्ञात आधा दर्जन से अधिक आरोपियों द्वारा बिजली अधिकारियों एवं कर्मचारियों से शासकीय कार्य में बाधा डालने के साथ ही, अभद्र व्यवहार तथा मारपीट की गई है। कंपनी द्वारा घटना के तुरंत बाद थाना सबलगढ़ में आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। थाना सबलगढ़ द्वारा आरोपियों के विरूद्ध भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 121(1), 132, 296, 351(1), 3(5) तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम 1989 (संशोधन 2015) की धारा 3(1)द, 3(1)ध तथा 3(2)(व्हीए) के तहत अपराध पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है।
कंपनी के मैदानी कर्मचारियों और अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट एवं दुर्व्यवहार की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने तुरन्त एफ.आई. आर. कराने के निर्देश दिए हैं। कंपनी ने कहा है कि प्रायः देखने में आ रहा है कि बिजली कर्मियों पर ड्यूटी के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट एवं दुर्व्यवहार किया जा रहा है। चूंकि ऐसी घटनाएं विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल गिराती हैं, इसलिए कंपनी के कार्यक्षेत्र में कार्यरत सभी नियंत्रणकर्ता अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि मैदानी अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ होने वाली दुर्व्यवहार या मारपीट की घटनाओं को पूरी गंभीरता से लिया जाए।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों एवं पुलिसरियों से दुर्व्यवहार या मारपीट के मामलों को शासकीय कामकाज में बाधा डालने के तौर पर लिया जाकर तुरंत कानूनी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। कंपनी ने मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा है कि विद्युत आपूर्ति की स्थिति पर लगातार नजर रखें और जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर किसी भी अप्रिय स्थिति में उनसे आवश्यक सहयोग प्राप्त करें।