पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे और नागपुर में इलाजरत मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष रमेश रजक का मंगलवार 20 अगस्त 2024 को स्वर्गवास हो गया था। आज बुधवार 21 अगस्त 2024 को उनका अंतिम संस्कार करिया पाथर श्मशान घाट जबलपुर में किया गया।
हर आंदोलन में कर्मचारियों के हित में आवाज बुलंद करने वाले रमेश रजक के साथी और संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि स्वर्गीय रमेश रजक के मार्गदर्शन में वर्ष 1983 से संपूर्ण मध्य प्रदेश में संघ की शाखों का गठन किया गया। उसके बाद वर्ष 2000 में मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ का विभाजन हुआ, उसके बाद लगातार स्वर्गीय रमेश रजक के नेतृत्व में पावर जनरेशन कंपनी, पावर ट्रांसमिशन कंपनी एवं वितरण कंपनियों में कार्यरत आउटसोर्स कर्मी, संविदा कर्मी एवं नियमित कर्मचारियों की मांगों के लिए सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग से अनेक धरना प्रदर्शन 41 वर्षों में किए गए।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि रमेश रजक के द्वारा अनुकंपा नियुक्ति के लिए शक्ति भवन के समक्ष 1760 दिन का धरना दिया गया था। उनका अनुकंपा आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दिलाने में बहुत बड़ा योगदान था। संविदा कर्मचारियों की मांग को लेकर उनके नेतृत्व में भोपाल के शाहजहानी पार्क में वर्ष 2013 में रैली निकालकर तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र तोमर को ज्ञापन पत्र सौंपा गया था। इसके अलावा वर्ष 2023 में जब तकनीकी कर्मचारी संघ द्वारा हड़ताल की गई थी, उसमें भी उनका बहुत बड़ा योगदान था।
संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, केएन लोखंडे, एसके सिंह, केके पैगवार, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, इंद्रपाल सिंह, आजाद सकवार, अरुण मालवीय, जगदीश मेहरा, दशरथ शर्मा, महादेव विश्वकर्मा, संदीप दीपांकर, विनोद दास आदि ने स्वर्गीय रमेश रजक को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।