कर्मचारी-अधिकारी राष्ट्रीय पेंशन बहाली आंदोलन के तहत देश भर के सभी राज्य के समस्त जिलों में आज 16 अप्रैल 2023 रविवार को पेंशन संवैधानिक मार्च निकाला गया। मध्य प्रदेश के जबलपुर में भी हजारों कर्मचारी-अधिकारी पेंशन संवैधानिक मार्च में शामिल हुए। समस्त केंद्र, राज्य तथा रेलवे के कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा एनएमओपीएस के तत्वावधान में पेंशन संवैधानिक मार्च निकाला गया। मार्च गोल बाजार से शुरू होकर घंटाघर पहुंचा, जहां तहसीलदार को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन के माध्यम से समस्त केंद्र एवं राज्य के कर्मचारियों द्वारा यह अपील की गई कि पुरानी पेंशन योजना हमारा संवैधानिक अधिकार है, जो भारत सरकार पेंशन अधिनियम 1972 के अंतर्गत प्रदान की गई थी, परंतु तत्कालीन सरकार द्वारा अध्यादेश के जरिए जबरन 01/01/2004 से बंद कर दी गई एवं उसके स्थान पर नई पेंशन योजना एनपीएस अंशदाई पेंशन योजना लागू कर दी गई जो की पूर्णता शेयर बाजार पर आधारित स्कीम है। जिसमें कर्मचारी के पेंशन की कोई गारंटी नहीं है और यह कर्मचारियों के साथ सरकार द्वारा किया गया बहुत बड़ा छलावा है।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से एनएमओपीएस मध्य प्रदेश के प्रांत अध्यक्ष परमानंद डेहरिया एवं जबलपुर संभाग अध्यक्ष संदीप वर्मा, महिला अध्यक्ष श्रीमती मनीषा सोनी, महेंद्र आदिवासी डिफेंस सदस्य राम भुवन पटेल, अनिल गुप्ता, नीरज त्रिपाठी, राकेश जायसवाल, मनोज मिश्रा, अरविंद मंडल, राय साहब, रजनी संजन, अजीत सराठे, डीएस परमार, श्रीनिवास कुमार, राकेश दुबे, विकास यादव, विक्रांत यादव, प्रमोद त्रिपाठी, सीताराम सिलावट, बीरबल, दुर्गेश केवट, यशवंत सिंह, बृजेश त्रिपाठी, प्रफुल्ल मिश्रा, आशीष तिवारी, गोपाल मीणा, राम सिंह धाकड़, रोहित, प्रकाश सेठ, असीम दुबे, सुंदरलाल, मेघराज मीणा, मुकेश कुमार, संजय प्रधान, राम कुमार सैयाम, जय प्रकाश आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।