बुधवार को पूरे विश्व में हरियाली दिवस मनाया गया और आज गुरूवार को पीएसएम शिक्षण संस्थान जबलपुर प्रबंधन ने परिसर में लगे हुए कई हरे वृक्षों को जड़ से कटवा कर संस्थान के परिसर को वृक्षविहीन कर डाला।
जहां एक और शासन हर किसी को पेड़ लगाने का संदेश दे रही है, वहीं पीएसएम कालेज के प्रबंधन द्वारा बिना अनुमति के कई पेड़ों को जड़ से खत्म करते हुए बेशकीमती लकडिय़ों को बेच दिया गया। जब जानकारी ली गई कि पेड़ किसकी अनुमति से काटे जा रहे हैं, तो पेड़ काटने वाले बगले झांकते हुए नजर आए और संबंधित जिम्मेदार अधिकारी कालेज से दुम दबाकर भाग गए।
जानकारी के अनुसार जिन शीशम के पेड़ों को को जमीन से काटा गया, उसके ऊपर मिट्टी डालकर उसे ढं़क दिया गया। जिससे कि किसी को पता ना चले कि पेड़ जमीन से काटा गया है। लेकिन बताया गया कि पेड़ की छंटाई की जा रही है।
लेकिन सवाल यह है कि जब पेड़ों की छंटाई ही की जा रही थी तो वहां पर बड़ी-बड़ी आरा मशीन की क्या आवश्यकता थी। छंटाई तो कुल्हाड़ी से भी की जा सकती थी, किंतु यहां छंटाई की आड़ में शीशम और बाहर के पेड़ों को जड़ से काटते हुए इनकी बेशकीमती लकड़ी को बिना किसी टेंडर और बिना किसी अनुमति के बेच दिया गया।